मेरे घर आये मेहमान नये
हमारे घर अक्सर छोटी चिड़ियों का एक जोड़ा आता रहता था। मैंने पक्के फ़र्श पर ५-६ इंच ऊंची मिट्टी डालकर ‘खेत’ बनाया हुआ है। इसमें आम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय की बेल के एक पत्ते की सिलाई कर बना घोंसला मुझे बड़ा अच्छा लगा। एक दिन मुझे नीचे मिट्टी में एक अण्डा पड़ा दिखा तो मैंने उसे उठाकर घोंसले में रख दिया। बात आयी-गयी हो गयी।
कुछ दिन बाद याद आया तो वहां जाकर देखा। आनन्द आ गया। घोंसले में बन्द आंखों वाले पीली चौंच वाले कत्थई रंग के ३ बच्चे थे। बड़े आकार वाले चौपहिए के कारण घर का मुख्य द्वार बदले जाने की वजह से आम
के पेड़ का तबादला छत पर करना पड़ा। बेचारी चिड़ियों ने बहुत शोर मचाया। उनके फ़ोटो खींचने के समय भी ऐसा ही होता। बाद में अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त होने पर ही वे शांत हुईं। फ़िर वे लोग अपने एक पत्ते के जनता फ़्लैट में रहने लगे।
उन तीन में से दो पता नहीं कब बड़े हुए और उड़ गये। हां, एक बालक की हरकतें हमारी पकड़ में आ गयीं सो प्रस्तुत हैं।
अब मैं बड़ा भी हो गया... |